आज पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ धनतेरस का पर्व मनाया जा रहा है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन भगवान धन्वंतरि की पूजा की जाती है, जिन्हें आयुर्वेद का जनक और भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है। ऐसा विश्वास है कि धनतेरस के दिन भगवान धन्वंतरि समुद्र मंथन के दौरान अमृत कलश के साथ प्रकट हुए थे। उनकी पूजा से आरोग्य और समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
धनतेरस की ऐतिहासिक और धार्मिक मान्यताएं
धनतेरस न केवल आध्यात्मिक आस्था का पर्व है, बल्कि यह समृद्धि और शुभता का प्रतीक भी है। सदियों से चली आ रही परंपरा के अनुसार, इस दिन सोना-चांदी, नए बर्तन, झाड़ू, और वाहन खरीदने को विशेष शुभ माना गया है। खरीदारी को लेकर यह मान्यता है कि इन वस्तुओं को घर लाने से धन-धान्य और सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है।
क्या खरीदना है शुभ और लाभकारी?
धनतेरस के दिन कुछ विशिष्ट वस्तुएं खरीदना परंपरागत रूप से बेहद शुभ माना जाता है। जानिए, इस दिन किन चीजों की खरीदारी आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि ला सकती है:
1. सोना-चांदी के आभूषण:
यह सबसे लोकप्रिय खरीदारी है, जिसे धनतेरस पर लक्ष्मी का आह्वान माना जाता है।
2.धनिया के बीज:
पारंपरिक रूप से धनिया खरीदना विशेष शुभ माना जाता है, जिससे धन-धान्य की वृद्धि होती है।
3. लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां और चरण पादुका:
इस दिन लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति खरीदना और लक्ष्मी चरण पादुका घर लाना भी बहुत शुभ माना गया है।
4. नए वस्त्र और वाहन:
धनतेरस के दिन वाहन और कपड़ों की खरीदारी परिवार में सुख-समृद्धि और शांति लाती है।
5. बर्तन और झाड़ू:
बर्तन खरीदने की परंपरा बहुत पुरानी है, जो सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक है। इसी तरह, झाड़ू खरीदने से घर की आर्थिक स्थिति मजबूत होने का विश्वास है।
क्या न खरीदें: किन वस्तुओं से बचना चाहिए?
धनतेरस पर कुछ वस्तुओं की खरीदारी वर्जित मानी गई है, क्योंकि उनसे घर में नकारात्मक ऊर्जा के प्रवेश की आशंका होती है:
लोहा और उससे बनी वस्तुएं: माना जाता है कि धनतेरस के दिन लोहा लाने से आर्थिक परेशानियां बढ़ सकती हैं।
एल्यूमिनियम की वस्तुएं: इसे घर में दरिद्रता का प्रतीक माना जाता है।
मिट्टी के बर्तन: ऐसी वस्तुएं खरीदने से परिवार की सुख-शांति में बाधा आ सकती है।
कांच की वस्तुएं: कांच की खरीदारी से आर्थिक स्थिति पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
धनतेरस की महत्ता और आधुनिक खरीदारी के रुझान
आज के समय में, धनतेरस पर खरीदारी के रुझान भी बदल रहे हैं। अब उपभोक्ता पारंपरिक आभूषणों के साथ-साथ डिजाइनर आभूषण और टेक्नोलॉजी से जुड़ी वस्तुएं भी खरीदते हैं। इसके साथ ही, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और गहने ऑनलाइन माध्यम से भी खरीदे जा रहे हैं।
धनतेरस का पर्व न केवल खरीदारी का त्योहार है, बल्कि यह हमारे सांस्कृतिक और धार्मिक मूल्यों का भी प्रतीक है। इस दिन की गई शुभ खरीदारी और भगवान धन्वंतरि की पूजा हमें यह सिखाती है कि धन केवल भौतिक संपत्ति नहीं, बल्कि अच्छे स्वास्थ्य और समृद्ध जीवन का भी प्रतीक है।
डिस्क्लेमर (अस्वीकरण): यह लेख लोक मान्यताओं पर आधारित है और इसकी सटीकता, संपूर्णता की गारंटी नहीं दी जाती। द ट्रेंडिंग पीपल इसके लिए कोई उत्तरदायित्व नहीं स्वीकार करता।