प्रारंभिक जीवन और खेल के प्रति जुनून
युवराज सिंह का जन्म 12 दिसंबर 1981 को चंडीगढ़, भारत में हुआ था। उनके पिता योगराज सिंह, एक पूर्व भारतीय क्रिकेटर, चाहते थे कि उनका बेटा भी क्रिकेट में करियर बनाए। हालांकि, युवराज को बचपन में रोलर स्केटिंग और टेनिस में अधिक रुचि थी, लेकिन उनके पिता ने क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रेरित किया।
प्रशिक्षण और पेशेवर करियर की शुरुआत
युवराज ने अपने पिता और पंजाब के शीर्ष कोचों के मार्गदर्शन में कठोर प्रशिक्षण लिया। उनकी कड़ी मेहनत रंग लाई जब 2000 में उन्हें अंडर-19 भारतीय क्रिकेट टीम में चुना गया और उन्होंने ICC अंडर-19 वर्ल्ड कप जीतने में अहम भूमिका निभाई।
ODI और टेस्ट डेब्यू:
- ODI डेब्यू: 3 अक्टूबर 2000, केन्या के खिलाफ
- टेस्ट डेब्यू: 16 अक्टूबर 2003, न्यूज़ीलैंड के खिलाफ
- T20I डेब्यू: 13 सितंबर 2007, स्कॉटलैंड के खिलाफ
2000 के ICC नॉकआउट ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 84 रनों की पारी ने उन्हें अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में पहचान दिलाई।
मुख्य टूर्नामेंट और उपलब्धियां
2002 नेटवेस्ट ट्रॉफी (ऐतिहासिक फाइनल)
युवराज सिंह ने इंग्लैंड के खिलाफ ऐतिहासिक नेटवेस्ट ट्रॉफी जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने 69 रन बनाए और भारत ने 325 रनों का पीछा कर ऐतिहासिक जीत दर्ज की।
2007 ICC टी20 वर्ल्ड कप (6 छक्के एक ओवर में)
2007 के ICC टी20 वर्ल्ड कप में युवराज ने इंग्लैंड के स्टुअर्ट ब्रॉड के एक ओवर में 6 छक्के जड़कर इतिहास रच दिया। उन्होंने 12 गेंदों में अर्धशतक बनाया, जो आज भी T20I का सबसे तेज़ अर्धशतक है।
2011 ICC क्रिकेट वर्ल्ड कप (मैन ऑफ द टूर्नामेंट)
युवराज सिंह ने 2011 वर्ल्ड कप में शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने 362 रन बनाए और 15 विकेट लिए, जिससे भारत को 28 साल बाद वर्ल्ड कप जीतने में मदद मिली। इसके लिए उन्हें मैन ऑफ द टूर्नामेंट का अवॉर्ड मिला।
करियर आँकड़े और रिकॉर्ड्स
प्रारूप | मैच | रन | बल्लेबाजी औसत | 100/50 | विकेट | बेस्ट बॉलिंग |
---|---|---|---|---|---|---|
टेस्ट | 40 | 1,900 | 33.92 | 3/11 | 9 | 2/9 |
ODI | 304 | 8,701 | 36.55 | 14/52 | 111 | 5/31 |
T20I | 58 | 1,177 | 28.02 | 0/8 | 28 | 3/17 |
- अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 6 छक्के लगाने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी
- एक ODI ओवर में सबसे ज्यादा छक्के लगाने वाले भारतीय खिलाड़ी
- 2011 वर्ल्ड कप: 300+ रन और 15+ विकेट लेने वाले एकमात्र खिलाड़ी
- सबसे तेज़ ODI शतक (102 गेंदों में 64 रन बनाम इंग्लैंड, 2017)
चोट और वापसी
कैंसर से संघर्ष और वापसी
2011 वर्ल्ड कप के बाद, युवराज सिंह को लंग कैंसर (मीडियास्टिनल सेमिनोमा) का पता चला। उन्होंने USA में कीमोथेरेपी करवाई और 2012 में क्रिकेट में वापसी की।
- 2012: भारत की T20 टीम में वापसी (न्यूज़ीलैंड के खिलाफ)
- 2014: ICC टी20 वर्ल्ड कप में चयन
- 2017: इंग्लैंड के खिलाफ अपना सर्वोच्च ODI स्कोर (150 रन) बनाया
- 2019: अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की
ब्रांड एंडोर्समेंट और कमाई
युवराज सिंह भारत के सबसे लोकप्रिय क्रिकेटरों में से एक रहे हैं। उनके प्रमुख ब्रांड एंडोर्समेंट में शामिल हैं:
- पेप्सी
- रीबॉक
- एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स
- प्यूमा
- नेरोलैक पेंट्स
- बिड़ला सन लाइफ इंश्योरेंस
युवराज सिंह ने अपना ब्रांड 'YouWeCan' लॉन्च किया, जो कैंसर जागरूकता और युवा खिलाड़ियों के समर्थन पर केंद्रित है।
भविष्य की योजनाएँ और समाज सेवा
संन्यास के बाद, युवराज सिंह ने निम्नलिखित क्षेत्रों में ध्यान केंद्रित किया:
- ‘YouWeCan’ फाउंडेशन – कैंसर रोगियों और गरीब बच्चों की मदद के लिए।
- स्टार्टअप्स और बिजनेस – खेल और हेल्थ-टेक कंपनियों में निवेश।
- क्रिकेट कमेंट्री और कोचिंग – युवा क्रिकेटरों को मेंटर करना।
युवराज सिंह की कहानी संघर्ष, धैर्य और सफलता की मिसाल है। 6 छक्कों की ऐतिहासिक पारी से लेकर कैंसर पर विजय और भारत को वर्ल्ड कप जिताने तक, उनका जीवन लाखों लोगों के लिए प्रेरणादायक है। उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा, जिससे वे क्रिकेट जगत के सच्चे लीजेंड बन गए हैं।