बॉलीवुड अभिनेत्री और राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता नीतू चंद्रा ने मशहूर रैपर यो यो हनी सिंह के हालिया गाने ‘Maniac’ के खिलाफ पटना हाई कोर्ट में जनहित याचिका (PIL) दायर की है। उनका आरोप है कि इस गाने में महिलाओं को 'सेक्स ऑब्जेक्ट' की तरह पेश किया गया है और अश्लीलता को सामान्य बनाने के लिए भोजपुरी भाषा का इस्तेमाल किया गया है।
क्या है पूरा विवाद?
नीतू चंद्रा ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि इस तरह के गाने समाज में महिलाओं की सुरक्षा के लिए खतरा बनते जा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इन गानों का बच्चों पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, क्योंकि वे बिना समझे इन पर रील्स बनाते हैं और गाते हैं।
"ऐसे गाने लोगों को यह सोचने के लिए प्रेरित करते हैं कि वे महिलाओं के बारे में कुछ भी कह सकते हैं और कुछ भी कर सकते हैं। यह बेहद चिंताजनक है," नीतू ने कहा।
गाने से जुड़े अन्य कलाकारों पर भी निशाना
‘Maniac’ गाने में भोजपुरी भाषा का कुछ हिस्सा शामिल है, जिसे अर्जुन अजनबी ने लिखा है और रागिनी विश्वकर्मा ने गाया है। नीतू चंद्रा की याचिका में हनी सिंह के साथ-साथ इन दोनों कलाकारों और गाने से जुड़े अन्य लोगों का भी नाम शामिल है। उन्होंने कोर्ट से अपील की है कि गाने के आपत्तिजनक हिस्सों में संशोधन किया जाए।
कोर्ट में कब होगी सुनवाई?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पटना हाई कोर्ट इस जनहित याचिका पर मार्च में सुनवाई कर सकता है। अगर कोर्ट इस पर संज्ञान लेता है, तो हनी सिंह और उनकी टीम को इस मामले में कानूनी प्रक्रिया का सामना करना पड़ सकता है।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं
यह मामला सोशल मीडिया पर भी चर्चा का विषय बन गया है। कुछ लोग नीतू चंद्रा के इस कदम की सराहना कर रहे हैं, जबकि हनी सिंह के प्रशंसक इसे उनकी स्वतंत्रता पर हमला बता रहे हैं।
पहले भी विवादों में रहे हैं हनी सिंह
यह पहली बार नहीं है जब यो यो हनी सिंह अपने गानों की वजह से विवादों में आए हैं। इससे पहले भी उनके कई गानों पर अश्लीलता और महिलाओं के प्रति अपमानजनक भाषा के आरोप लग चुके हैं। हालांकि, वह लगातार यह कहते रहे हैं कि उनका मकसद किसी की भावनाओं को आहत करना नहीं होता।
क्या होगा आगे?
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि कोर्ट इस मामले में क्या फैसला सुनाता है और क्या ‘Maniac’ गाने में कोई बदलाव किए जाते हैं। यह मामला संगीत इंडस्ट्री में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता बनाम सामाजिक जिम्मेदारी की बहस को और तेज कर सकता है।
नीतू चंद्रा का यह कदम महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान से जुड़ा एक महत्वपूर्ण मुद्दा उठाता है। हालांकि, यह मामला अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता से भी जुड़ा हुआ है। अब सबकी नजरें पटना हाई कोर्ट के फैसले पर टिकी हैं।