नई दिल्ली - चीन में मौजूदा मानव मेटापन्यूमोवायरस (HMPV) के प्रकोप के बीच, भारत में भी इस वायरस के दो मामले दर्ज किए गए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, यह मामले बेंगलुरु में पाए गए हैं। संक्रमितों में एक आठ महीने का शिशु, जो अस्पताल में ठीक हो रहा है, और एक तीन महीने का शिशु, जिसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। यह भारत में HMPV के पहले दर्ज मामले हैं।
HMPV क्या है?
HMPV एक श्वसन संक्रमण है, जिसे पहली बार 2001 में पहचाना गया था। यह वायरस फ्लू या सामान्य जुकाम जैसे लक्षण पैदा करता है। यह सभी आयु वर्ग के लोगों को प्रभावित कर सकता है, लेकिन छोटे बच्चों (5 वर्ष से कम), बुजुर्गों और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों में इसका प्रभाव अधिक होता है।
HMPV के लक्षण
HMPV के सामान्य लक्षणों में शामिल हैं:
- खांसी
- बुखार
- नाक बंद होना
- सांस लेने में कठिनाई
- गले में खराश
संक्रमित व्यक्ति में ये लक्षण संक्रमण के तीन से छह दिनों के भीतर दिखाई देते हैं। यदि बीमारी गंभीर हो जाए, तो मरीज को अस्पताल में भर्ती कराने की आवश्यकता हो सकती है।
HMPV का संक्रमण कैसे फैलता है?
HMPV संक्रमित व्यक्ति से सीधे संपर्क के माध्यम से फैलता है। संक्रमित सतहों को छूने, खांसने, छींकने या संक्रमित व्यक्ति से हाथ मिलाने से वायरस फैल सकता है।
HMPV और सामान्य जुकाम में अंतर
HMPV के लक्षण सामान्य जुकाम जैसे होते हैं, लेकिन पहली बार संक्रमित होने पर व्यक्ति गंभीर रूप से बीमार हो सकता है। यदि व्यक्ति दूसरी बार HMPV से संक्रमित होता है, तो लक्षण हल्के हो सकते हैं।
इलाज और टीकाकरण
वर्तमान में, HMPV के लिए कोई टीका उपलब्ध नहीं है। उपचार का उद्देश्य लक्षणों को कम करना है। मरीजों को बुखार और दर्द के लिए सामान्य दवाओं का सेवन करना पड़ सकता है। गंभीर मामलों में, ऑक्सीजन सपोर्ट और अन्य चिकित्सीय उपायों की आवश्यकता हो सकती है।
HMPV से बचाव के उपाय
HMPV और अन्य श्वसन संबंधी बीमारियों से बचने के लिए निम्नलिखित कदम उठाए जा सकते हैं:
1. हाथ धोना: कम से कम 20 सेकंड तक साबुन और पानी से हाथ धोएं। यदि पानी और साबुन उपलब्ध न हो, तो अल्कोहल आधारित हैंड सैनिटाइजर का उपयोग करें।
2. खांसी और छींक को ढकें: खांसते या छींकते समय अपने मुंह और नाक को ढकें।
3. मास्क पहनें: विशेष रूप से उन जगहों पर मास्क पहनें, जहां वायरस के प्रसार का खतरा अधिक हो।
4. बीमार व्यक्तियों से दूरी बनाए रखें: संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क से बचें।
5.आंख, नाक और मुंह को न छुएं: बिना धोए हाथों से अपने चेहरे को छूने से बचें।
6. स्व-एकांतवास का पालन करें: यदि आप बीमार हैं, तो दूसरों से दूरी बनाकर रखें।
चीन में HMPV का प्रकोप
चीन वर्तमान में HMPV सहित कई वायरसों के प्रकोप का सामना कर रहा है। सोशल मीडिया पर साझा किए गए पोस्ट्स के अनुसार, चीन में अस्पताल श्वसन संबंधी बीमारियों से जूझ रहे मरीजों से भरे हुए हैं। इन वायरसों में इन्फ्लुएंजा ए, मेटापन्यूमोवायरस (HMPV), माइकॉप्लाज्मा न्यूमोनिया और COVID-19 शामिल हैं। यह स्थिति पूरे क्षेत्र के लिए चिंता का विषय बन गई है।
किन्हें अधिक सावधानी बरतनी चाहिए?
छोटे बच्चे: विशेष रूप से पांच वर्ष से कम आयु के बच्चों को अधिक सावधानी बरतनी चाहिए।
बुजुर्ग: उम्रदराज लोगों को संक्रमण से बचने के लिए अतिरिक्त एहतियात बरतनी चाहिए।
कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले व्यक्ति: जिनकी इम्यूनिटी कमजोर है, वे HMPV के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं।
फेफड़ों से संबंधित बीमारियों वाले व्यक्ति: ऐसे व्यक्तियों को अतिरिक्त सतर्क रहना चाहिए।
भारत में HMPV के लिए सरकार का रुख
स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों से अपील की है कि वे श्वसन संबंधी संक्रमणों से बचने के लिए सभी आवश्यक सावधानियों का पालन करें। अस्पतालों को विशेष निर्देश दिए गए हैं कि वे संदिग्ध मामलों की निगरानी करें और संक्रमण की पुष्टि होने पर उचित उपचार प्रदान करें।
HMPV एक उभरता हुआ वायरस है, जो सभी आयु वर्ग के लोगों को प्रभावित कर सकता है। हालांकि इसके लिए कोई टीका उपलब्ध नहीं है, लेकिन संक्रमण से बचने के लिए व्यक्तिगत स्वच्छता और सावधानी महत्वपूर्ण हैं। भारत में दर्ज दो मामलों ने वायरस की गंभीरता को उजागर किया है और इस बात की आवश्यकता है कि लोग सतर्क रहें और स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन करें।
HMPV से बचाव के लिए सामुदायिक जागरूकता और स्वास्थ्य सेवाओं का मजबूत ढांचा महत्वपूर्ण है। आइए, हम सभी मिलकर इस वायरस के प्रसार को रोकने में योगदान दें और स्वस्थ समाज की दिशा में कदम बढ़ाएं।
अस्वीकरण: यह सामग्री जिसमें सलाह भी शामिल है, केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी योग्य चिकित्सक की राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने स्वयं के डॉक्टर से परामर्श लें। थेट्रेंडिंगपीपल डॉट कॉम इस जानकारी के लिए जिम्मेदार नहीं है।