दिल्ली में प्रदूषण का स्तर लगातार खतरनाक बना हुआ है। सोमवार को लगातार दूसरे दिन राजधानी ने गंभीर श्रेणी की वायु गुणवत्ता में सांस ली। हल्की बारिश के बावजूद वायु गुणवत्ता में सुधार नहीं हुआ, और पूरे दिन स्मॉग की मोटी चादर छाई रही।
वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) की स्थिति
भारतीय उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान (IITM) के अनुसार, सोमवार को दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 406 दर्ज किया गया, जो कि गंभीर श्रेणी में आता है।
- सबसे प्रदूषित इलाकों में:
- बवाना: 474
- रोहिणी: 461
- अशोक विहार: 451
- नेहरू विहार: 444
- जहांगीरपुरी: 443
- मुंडका: 442
कुल मिलाकर, दिल्ली के 21 इलाकों में AQI गंभीर श्रेणी में रहा, जबकि 10 क्षेत्रों में हवा "बहुत खराब" श्रेणी में दर्ज की गई।
एनसीआर का हाल
दिल्ली-एनसीआर के अन्य शहरों में भी प्रदूषण का स्तर चिंताजनक रहा।
- गाजियाबाद: 323 (बहुत खराब)
- नोएडा: 322 (बहुत खराब)
- गुरुग्राम: 296 (बहुत खराब)
- ग्रेटर नोएडा: 250 (खराब)
- फरीदाबाद: 209 (खराब)
मौसम की भूमिका और विशेषज्ञों की राय
मौसम संबंधी परिस्थितियां प्रदूषण के फैलाव में बड़ी बाधा बन रही हैं। सोमवार को पूर्व दिशा से 6 किमी/घंटा की गति से चली हवाएं शाम को धीमी होकर 4 किमी/घंटा रह गईं। विशेषज्ञों के अनुसार, वेंटिलेशन इंडेक्स और मिक्सिंग डेप्थ भी स्थिति को सुधारने में विफल रही:
- वेंटिलेशन इंडेक्स: 4200 घनमीटर प्रति सेकंड
- मिक्सिंग डेप्थ: 520 मीटर
हल्की बूंदाबांदी और धीमी हवाओं के कारण स्मॉग की स्थिति गंभीर बनी रही। दिनभर हल्की धूप के बावजूद वातावरण में प्रदूषणकारी कण जमा रहे।
ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) की स्थिति
दिल्ली में प्रदूषण कम करने के लिए GRAP लागू किया गया है, लेकिन इसके बावजूद वायु गुणवत्ता में सुधार देखने को नहीं मिल रहा। लोग अभी भी जहरीली हवा में सांस लेने के लिए मजबूर हैं।
आने वाले दिनों का पूर्वानुमान
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) और IITM के अनुसार:
- मंगलवार को हवा दक्षिण-पूर्व दिशा से 4 किमी/घंटा की गति से चलेगी।
- बुधवार को उत्तर दिशा से हवाएं चलने का अनुमान है, लेकिन गति धीमी रहने से प्रदूषण फैलाव में अधिक मदद नहीं मिलेगी।
- वेंटिलेशन इंडेक्स और मिक्सिंग डेप्थ के स्थिर रहने से सुधार की संभावना सीमित है।
प्रदूषण का प्रभाव और सावधानियां
विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि इस स्तर की वायु गुणवत्ता लंबे समय तक स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डाल सकती है। खासतौर पर बच्चों, बुजुर्गों और पहले से बीमार व्यक्तियों को विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
- प्रदूषण के संपर्क से बचने के लिए घर में ही रहें।
- N95 मास्क का उपयोग करें।
- घर के अंदर एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें।
- दिनभर पानी पीते रहें और फेफड़ों की सुरक्षा के लिए सांस संबंधी व्यायाम करें।
समाप्ति
दिल्ली और एनसीआर में प्रदूषण का गंभीर स्तर चिंता का विषय बना हुआ है। सरकार और प्रशासन को दीर्घकालिक समाधान के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि नागरिकों को स्वच्छ और स्वस्थ वायु मिल सके।
(नोट: यह सभी आंकड़े सीपीसीबी के मुताबिक)