नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजे सामने आ चुके हैं और इस बार भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने 27 साल बाद ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। वहीं, आम आदमी पार्टी (AAP) को करारी हार का सामना करना पड़ा है।
दिल्ली चुनाव 2025: मुख्य बातें
- चुनाव तिथि: 5 फरवरी 2025
- परिणाम घोषणा: 8 फरवरी 2025
- कुल सीटें: 70
- बीजेपी की सीटें: 48
- AAP की सीटें: 22
- कांग्रेस: 0 सीट
आप की हार और रणनीति पर अहम बैठक
दिल्ली में मिली करारी हार के बाद आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पंजाब के विधायकों और मंत्रियों के साथ एक अहम बैठक बुलाई है। यह बैठक मंगलवार को दिल्ली में आयोजित होगी, जिसमें भविष्य की रणनीति पर चर्चा की जाएगी। सूत्रों के अनुसार, बैठक में पंजाब के सभी विधायक और मंत्री शामिल होंगे।
यह बैठक इसलिए भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है क्योंकि कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने दावा किया है कि वे आम आदमी पार्टी के करीब 20 विधायकों के संपर्क में हैं।
नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक
इससे पहले रविवार को अरविंद केजरीवाल के आवास पर नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक हुई, जिसमें उन्होंने आगामी रणनीति को लेकर दिशा-निर्देश दिए। बैठक के बाद विधायकों ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वे अब मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाएंगे और दिल्ली विधानसभा में जनता से जुड़े मुद्दों को प्रमुखता से उठाएंगे।
कालकाजी सीट से आतिशी का बयान
कालकाजी से विधायक आतिशी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, "अरविंद केजरीवाल जी ने आम आदमी पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों से मुलाकात की। सभी विधायकों को जनता की सेवा करने का निर्देश दिया। भाजपा ने वादा किया है कि पहली कैबिनेट में महिलाओं के लिए 2500 रुपये प्रतिमाह देने का प्रस्ताव पास करेंगे, और 8 मार्च से हर महिला के खाते में ये पैसे आने शुरू होंगे। हम भाजपा से यह वादा पूरा करवाएंगे।"
दिल्ली चुनाव परिणाम: बड़े नेताओं की हार
इस चुनाव में आम आदमी पार्टी के कई दिग्गजों को हार का सामना करना पड़ा। इनमें अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और अन्य प्रमुख नेता शामिल हैं।
क्या दिल्ली में राजनीति बदल गई?
दिल्ली में बीजेपी की जीत ने यह संकेत दिया है कि 27 साल बाद राजधानी की राजनीति में बदलाव आ चुका है। AAP की हार ने पार्टी के लिए कई सवाल खड़े कर दिए हैं, वहीं कांग्रेस का फिर से शून्य पर सिमट जाना उसकी कमजोर स्थिति को दर्शाता है। अब देखना होगा कि आम आदमी पार्टी इस हार से कैसे उबरती है और बीजेपी अपनी नई सरकार में क्या बदलाव लाती है।