भारत के नए मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार ने आधिकारिक रूप से पदभार ग्रहण कर लिया है। उन्होंने मतदाताओं से अपने अधिकारों का उपयोग करने की अपील की है और निष्पक्ष एवं स्वतंत्र चुनाव कराने की प्रतिबद्धता जताई है।
मतदान को बताया राष्ट्र सेवा का पहला कदम
पदभार ग्रहण करने के बाद ज्ञानेश कुमार ने मतदाताओं को विशेष संदेश देते हुए कहा, "राष्ट्र सेवा के लिये पहला कदम है, मतदान। अतः भारत के हर नागरिक, जो 18 वर्ष की आयु पूरी कर चुके हों, उन्हें मतदाता बनना चाहिए और मतदान अवश्य करना चाहिए। चुनाव आयोग हमेशा मतदाताओं के साथ था, है और रहेगा।"
उनका यह संदेश विशेष रूप से 2024 के आम चुनाव और आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
ज्ञानेश कुमार: भारत के 26वें मुख्य चुनाव आयुक्त
प्रारंभिक जीवन और प्रशासनिक करियर
ज्ञानेश कुमार भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के वरिष्ठ अधिकारी रहे हैं। वे प्रशासनिक अनुभव में दक्ष हैं और कई महत्वपूर्ण सरकारी पदों पर अपनी सेवाएँ दे चुके हैं।
निर्वाचन आयोग में उनकी भूमिका
- मार्च 2024 से वे निर्वाचन आयुक्त के पद पर कार्यरत थे।
- मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के 5 फरवरी 2025 को रिटायर होने के बाद, 6 फरवरी को उन्हें इस पद की जिम्मेदारी दी गई।
- सुखबीर सिंह संधू और विवेक जोशी अन्य दो निर्वाचन आयुक्त हैं, जो उनके साथ काम करेंगे।
महत्वपूर्ण चुनाव जिनकी देखरेख करेंगे ज्ञानेश कुमार
मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप में उनका कार्यकाल अत्यंत महत्वपूर्ण रहेगा, क्योंकि वे निम्नलिखित बड़े चुनावों की जिम्मेदारी संभालेंगे:
- बिहार विधानसभा चुनाव 2025 (इस साल के अंत में)
- पश्चिम बंगाल, केरल, तमिलनाडु विधानसभा चुनाव 2026
- संभावित लोकसभा उपचुनाव और अन्य राज्यों के स्थानीय निकाय चुनाव